उत्तर प्रदेश की विधानसभा में गुरुवार यानी की 22 सितम्बर को महिला सदस्यों के लिए एक दिन विशेष रूप से आरक्षित किया गया था। इस दिन कई महिला विधायकों ने अपनी बात दृढ़ता और बेबाकी से रखी लेकिन सबसे ज्यादा अपने भाषण से छायी रही जौनपुर के मछली शहर की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर। रागिनी के धमाकेदार भाषण ने विपक्ष के नेताओ को भी मोह लिया। अब रागिनी का ये भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। रागिनी ने अपने भाषण में महिला विधायकों के दर्द को बयान करते हुए कहा की 'निर्वाचित प्रतिनिधि होने के बावजूद, महिला विधायकों को पूर्वाग्रह का सामना करना पड़ता है क्योंकि उनके सहयोगी और अधिकारी उन्हें गंभीरता से नहीं लेते हैं।' रागिनी ने अपने भाषण में ये भी कहा की "ऐसा सोचा जाता है कि अगर महिलाएं आगे आएंगी तो पुरुष पीछे हो जाएंगे। हम आपके आगे या पीछे नहीं चलना चाहते। हम लोग तो चाहते हैं कि हम आपके साथ कदम से कदम मिलाकर चलें।" रागिनी की इन बातों ने सबका दिल जीत लिया। अब लोग उनके बारे में जानना चाहते है। तो चलिए हम आपको Dr. Ragini Sonkar के बारे में बताते है।
सपा पार्टी की रागिनी सोनकर पूर्वांचल के सबसे महत्वपूर्ण जिलों में से एक जौनपुर से विधायक हैं। उन्होंने देश के सबसे बड़े मेडिकल संस्थान "ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस" यानी की AIIMS और आरजी कर मेडिकल कॉलेज कोलकाता से पढ़ाई की है। रागिनी एमबीबीएस और एमडी हैं। उन्होंने राजनीति में आने से पहले दिल्ली एम्स के नेत्र विभाग में काम किया है। रागिनी का परिवार राजनीती से ताल्लुक रखता है। उनके पिता कैलाश सोनकर वाराणसी की अजगरा सीट से विधायक हैं। रागिनी के पति डॉ. संदीप स्किन स्पेशलिस्ट हैं।
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने रागिनी सोनकर को मछलीशहर सीट से टिकट दिया था। इस सीट पर अखिलेश के करीबी रहे शैलेंद्र यादव ललई भी विधायक रह चुके हैं। रागिनी सोनकर के अलावा मछलीशहर में 4 बार विधायक रहे जगदीश सोनकर भी इस सीट से प्रबल दावेदार थे। हालाँकि अखिलेश यादव की नाराजगी के कारण आखिरी वक्त में रागिनी को यहां से टिकट मिला। रागिनी ने खुद को साबित करते हुए इन चुनावों में 90 हजार से ज्यादा वोट पाकर जीत हासिल की और जौनपुर जिले की 9 सीटों में वह एकलौती महिला विधायक बन गयी।
रागिनी सोनकर जैसी पढ़ी लिखी और युवा महिला विधायक की जरुरत हमारे देश को है जो अपनी बात बेबाकी से रख सके और देश में महिलाओ के विकास और हित के लिए काम करे।