लोकसभा, भारतीय संसद का निम्न सदन कहलाता है, जिसमें जनता अपने प्रिय नेता को प्रत्यक्ष रूप से चुनती है । अभी भारतीय संविधान में लोकसभा सदस्यों की संख्या 545 है। लोकसभा की सीट विभिन्न राज्यों में जनसंख्या के आधार पर बाटी जाती हैं। तो आज हम एक ऐसे ही लोकसभा सदस्य की बात करेंगे।
आज हम बात करेंगे लोकसभा सांसद विजय हंसदक और उनसे जुडी कुछ रोचक बातें।
विजय हंसदक भारत की 17वीं लोकसभा के सदस्य हैं। वह झारखंड के राजमहल निर्वाचन क्षेत्र के सांसद और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) राजनीतिक दल के सदस्य हैं।
उनके निजी जीवन के बारे में
विजय हंसदक के पिता का नाम स्वर्गीय श्री थॉमस(THOMAS) हंसदक और इनकी माता का नाम श्रीमती शांति सरोजिनी मुर्मू है। हंसदक का जन्म 27 अक्टूबर 1982 में, झारखंड के गांव बरहरवा, जिला साहिबगंज,में हुआ।
व्यवसाय रूप से यह कृषक है।
इनकी रोचक तथ्य की बात करते है।
मई 2014 से लेकर दिसंबर 2018 तक के अपने कार्यकाल में विजय कुमार हंसदक ने सदन में 69 प्रतिशत रिकॉर्ड दर्ज किया। उन्होंने कुल 419 प्रश्न सदन में पूछे।
रही बात सदन में होने वाली बहस-बाजी की तो उन्होंने कुल 35 बहस-बाजियों में हिस्सा लिया।
हंसदक की राजनीतिक कार्यकाल के बारे में।
मई, 2014 में 16वीं लोकसभा चुनाव में राजमहल निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के हेमलाल मुर्मू को हराकर जीत हासिल की।
वहीं 7 अक्टूबर 2014 को ग्रामीण विकास के स्थायी समिति के सदस्य रह चुके है, और साथ ही कोयला मंत्रालय के तहत परामर्श समिति के सदस्य भी।
12 मार्च 2015 को पुस्तकालय समिति के सदस्य नियुक्त हुए।
वही मई, 2019 के 17वीं लोकसभा चुनाव में जीते थे और 13 सितंबर 2019 को कोयला खान और इस्पात संबंधी स्थायी समिति सदस्य के सलाहकार है।
तो चलिए जानते है इनके विशेष रुचि के बारें में।
राजमहल एक ST आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र होने के कारण, इस क्षेत्र में कई आदिवासी लोग रहते हैं; सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों से सक्रिय रूप से जुड़े और क्षेत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रमों से भी जुड़े है।
इनका भारत और विदेश में यात्रा करना, लोगों के साथ गाना, बातचीत करना, लोंगो से कुछ नया सीखना
यहां तक की उन्हें फ़ुटबॉल खेलना भी पसंद हैं और विजय हंसदक,अभी तक भूटान और नेपाल देश घूम चुके है।