राजनीति में हाथ ज़माने के लिए किसी को गिराना या उठाना लगा ही रहता है। वैसे तो कई मत-भेद के चलते राजनितिक पार्टियों में विवाद लगा ही रहता है। 'आप' और 'बीजेपी' का उदाहरण इस विषय में स्पष्ट बैठेगा। वाद-विवाद में काफी बार दोनों संगठनों के बीच आपसी रंजिश हो जाती है। ट्वीट के द्वारा ही एक दूसरे की पार्टी पर आरोप लगाए जाते है, एक दूसरे को दोषी ठहराया जाता है आदि।
बीते कुछ दिनों से पश्चिम दिल्ली की तरफ, सार्वजनिक संपत्ति पर और पोल्स पर कुछ पोस्टर्स लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है की इन पोस्टर्स को लगाने का आदेश ज़ाहिर तौर से आप सरकार ने ही दिया था। आप सरकार के दफ़्तर से एक वैन को भी जप्त किया गया है, जिसमे लगभग 2000 पोस्टर्स की कॉपी मिली। वैन चालक से वार्तालाप करने पर उसने बताया की उसे सारी फोटो कॉपियों को आप के महकमे तक पहुंचने को बोला गया था। पुलिस का कहना है की दो और छापा खानों में 50 हज़ार पोस्टर छापने का आर्डर दिया गया था।
यह पोस्टर्स आपत्तिजनक बताया गया है क्योंकि उन पोस्टर्स में ये लिखा गया है,"मोदी हटाओ, देश बचाओ", जो राजधानी दिल्ली सरकार की साज़िश मानी जा रही है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया था और 100 से ज़्यादा FIR दर्ज किये। हालांकि, उन 6 लोगों को पूछताछ के बाद मुक्त कर दिया गया है, घनश्याम बंसल (पश्चिम) डीसीपी अभी भी मुद्दे पर सबूत हासिल करने में व्यस्थ हैं।