विपक्ष के नेता BJP पर वार और सवाल करने से कभी पीछे नहीं हटती। सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने बीजेपी पर सर्जिकल स्ट्राइक (surgical strike) की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाया है। सिंह ने कहा कि मोदी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक होने की बात कहती है लेकिन इससे जुड़ा कोई भी प्रमाण नहीं देती है। उन्होंने कहा कि आज तक मोदी सरकार द्वारा संसद के सामने सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा अटैक को लेकर कोई रिपोर्ट नहीं रखी गई है। दिग्विजय सिंह ने ये सब टिप्पणियां सोमवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू चरण के दौरान की है।
दिग्विजय सिंह ने बीजेपी की नीति के बारे में बोलते हुए कहा कि इनकी नीति है जोर जोर से झूठ बोलो,जिससे सिर्फ हिन्दू-मुसलमान की लड़ाई होती रहे। सिंह ने पीएम पर शब्दों के वार करते हुए कहा कि अगर मोदी जी को पाकिस्तान से इतनी नाराज़गी है तो वो बिना बुलाए नवाज़ शरीफ के घर शादी कार्यक्रम में क्यों चले जाते है।
बता दें कि साल 2016 में भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तानी आतंकियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक किया गया था। साल 2019 में पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में आतंकवादी हमला किया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
"प्रधानमंत्री ने नहीं मानी सीआरपीएफ के अधिकारियों की बात"-दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि सीआरपीएफ के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया था कि कर्मियों को एयरलिफ्ट किया जाना चाहिए। लेकिन पीएम मोदी ने असहमति जताई थी और आज तक संसद के समक्ष मोदी सरकार ने पुलवामा पर कोई रिपोर्ट नहीं रखी।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बीजेपी दावा करती है सर्जिकल स्ट्राइक करने का, लेकिन कोई सबूत नहीं देती,सिर्फ झूठ फैलाती है।
आपको बता दें कि 2016 में उरी में आतंकवादियों द्वारा किये गए हमले के लगभग 10 दिन बाद सर्जिकल स्ट्राइक किए गए थे। उरी अटैक में सेना के 12 ब्रिगेड मुख्यालय पर चार आतंकवादियों ने ग्रेनेड से हमला किया था। इस हमले में 19 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे।
रविवार को भी दिग्विजय सिंह ने दिया था बयान
बता दे कि एक दिन पहले यानि रविवार को भी दिग्वजय सिंह (Digvijay Singh) ने बयान दिया था। सिंह ने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने पर बयान देते हुए कहा था कि इस अनुच्छेद के निरस्त होने के बावजूद घाटी में आतंकवाद अभी भी जीवित है। उन्होंने नरवाल में हुए धमाकों की निंदा की।
राहुल गाँधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और 30 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त होने वाली है। यात्रा के अंतिम दिन राहुल गाँधी एक मेगा रैली करेंगे और इसके साथ ही अपने पार्टी मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज भी फहराएंगे।