Ayushi Murder Case: 18 नवंबर को ग्रेटर नोएडा से आगरा के बीच बने यमुना एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड पर एक सूटकेस में युवती के शव मिलने की खबर पुलिस को मिली थी। शव की पहचान आयुषी यादव के रूप में हुई। पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो पाया कि आयुषी के पिता नितेश यादव ने ही अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद शव को लाल रंग के ट्राली में बंदकर यमुना एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर राया इलाके में फेंक दिया।
आज सोमवार को मथुरा पुलिस ने आरोपी माता-पिता को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। इस मामले की तहकीकात के लिए पुलिस की 8 टीमों को लगाया गया था। 48 घंटे के भीतर ही पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया गया।
ऑनर किलिंग (honor killing) का निकला मामला
पुलिस की प्राथमिक जांच में पाया गया है कि माता-पिता ने बेटी के प्रेम-प्रसंग के चलते उसको मौत के घाट उतार दिया। ये पूरा मामला ऑनर किलिंग (honor killing) का लग रहा है। आयुषी के परिवार के सूत्रों से खबर मिली है कि वह अपने माता-पिता को बिना बताए कुछ दिनों के लिए बाहर चली गई थी। पुलिस के मुताबिक आयुषी ने अपनी पसंद के शख्स से शादी की थी। इससे उसके पिता को गुस्सा आया और जब वो 17 नवंबर को घर लौटी तो उसके पिता (नितेश) ने गुस्से में आकर अपनी लाइसेंसी बन्दूक से उसके सीने में गोली मार दी। इसके बाद रात में ही नितेश ने अपनी बेटी के शव को लाल रंग के ट्रॉली में पैक कर यमुना एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर राया इलाके में फेंक दिया।
लाश की शिनाख़्त भाई और माँ ने की
पुलिस लाश की पहचान करवाने के लिए आयुषी की माँ और भाई को पोस्टमार्टम गृह लेकर गए। वहां दोनों ने मृतका को अपनी बेटी और बहन बताया। बता दे की आयुषी की माँ और भाई को मालूम था कि उसके पिता ने उसकी हत्या की है।
48 घंटे के भीतर पुलिस ने किया मामले का खुलासा
शव की पहचान के लिए लगभग 20 हजार मोबाइल कॉल ट्रेस किए गए। इन सभी मोबाइल फोन्स की लोकेशन सर्विलान्स को टीम ने खंगाला। फिर उस पूरे एरिया के 210 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की भी जांच की जिसके बाद पुलिस लावारिस शव की पहचान कर पाई। इसके अलावा छानबीन में जुटी यूपी पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर, हाथरस और अलीगढ़ समेत आसपास के कई इलाकों में मृतका के पोस्टर्स भी लगवाए थे। साथ ही पुलिस ने युवती की तस्वीरें वॉट्सऐप ग्रुप्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे की ट्विटर और फेसबुक पर भी शेयर किये थे। इसके कारण पुलिस को इनपुट मिला और पूरी बात का पता चला और महज 48 घंटे के भीतर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।