जहाँ भारत आर्थिक रूप से आसमान चुम रहा है वही भारतीय वंशज ऋषि सुनक मंगलवार को यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री बने हैं। देखा जाइए तो ऋषि सुनक ब्रिटिश के प्रधानमंत्री बनने वाले पहले भारतीय मूल के व्यक्ति हैं। वह पिछले 6 वर्षों के लिए पद के चुने गए, यह पांचवें कंजर्वेटिव पार्टी के नेता हैं।
यूके के नए पीएम के बारे में कुछ जानकारियाँ।
भारतीय मूल के वंशज ऋषि सुनक ने 25 अक्टूबर 2022 को ब्रिटेन के पहले प्रधानमंत्री बनने के बाद इतिहास रच दिया। इंग्लैंड के साउथेम्प्टन में 12 मई 1980 को जन्मे ऋषि सुनक एक रूढ़िवादी पार्टी के नेता हैं और 2010 से राजनीति में कार्यकारी हैं। सुनक ने रिचमंड (यॉर्क) से UK का 2015 का आम चुनाव जीता। 42 वर्षीय के पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा के दूसरे कार्यकाल में संसद के अवर सचिव के रूप में कार्य किया।
ऋषि सुनक ने 2015 से 2017 तक दो साल के लिए पर्यावरण, खाद्य और ग्रामीण मामलों की चयन समिति के सदस्य और व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति विभाग में संसदीय निजी सचिव रहा चुके है।
बाद में, उन्होंने 2019 में बोरिस जॉनसन सरकार के तहत ट्रेजरी के मुख्य सचिव के रूप में भी कार्य किया है। सुनक को 2020 में राजकोष के संचालक के रूप में पदभार संभाला है, जिससे ब्रिटेन का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पद माना जाता है।
ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने अमीरों की सूची में एक स्थान हासिल किया। इस दंपति को हाल ही में मई 2022 यूके की समृद्ध सूची में शामिल किया गया। सुनक की शादी अक्षता मूर्ति से हुई, जोकि इंफोसिस के संस्थापक नागवार रामाराव नारायण मूर्ति की बेटी हैं।
ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो 200 वर्षों में सबसे कम उम्र यानि 42 वर्षीय के हैं, जिन्होंने पहले UK के वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया,और अब प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस के केवल 45 दिनों के बाद 20 अक्टूबर को इस्तीफा देने के बाद, क्योंकि ट्रस ने बोरिस जॉनसन की जगह ली थी।
वास्तव में, सुनक एकमात्र ऐसे भारतीय मूल के नेता नहीं हैं जिनके पास शक्तिशाली पद है। एक यूएस-आधारित संगठन द्वारा जारी 2021 इंडियास्पोरा गवर्नमेंट लीडर्स लिस्ट में कहा गया है कि 200 से अधिक पदों पर भारतीय मूल के लोग 15 देशों में लीडरशिप के पदों पर अधिकारी हैं। उनमें से 60 से अधिक कैबिनेट पदों पर हैं।
ऋषि सनक के UK के पहले भारतीय मूल के PM बनने की खबर के साथ, वही ऐसे समय में जब भारत के लोग दिवाली उत्सव का आनंद ले रहा है, यहां अच्छी बात है कि भारतीय मूल के बहुत से विश्व नेताओं को उच्च पदों पर है :-
कमला देवी हैरिस
भारतीय मूल की कमला देवी हैरिस संयुक्त राज्य अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति हैं। 49वें वी पी पहले अफ्रीकी अमेरिकी और एशियाई अमेरिकी उपराष्ट्रपति रहा चुकी हैं। वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य भी हैं और 2017 से 2021 तक कैलिफोर्निया की सीनेटर थीं। उन्होंने 2011 से 2017 तक कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल के रूप में भी कार्य किया है। हैरिस का जन्म 20 अक्टूबर 1964 को कैलिफोर्निया में हुआ था।
मोहम्मद इरफ़ान अली
मोहम्मद इरफान अली गुयाना के एक राजनेता और वहां के राष्ट्रपति हैं। इरफान अली गुयाना के पहले मुस्मिल राष्ट्रपति हैं। उन्होंने 2 अगस्त, 2020 को राष्ट्रपति के पद की शपथ ली थी। उनका जन्म वेस्ट-कोस्ट डेमारारा के लियोनोरा के एक मुस्लिम इंडो-गुयाना परिवार हुआ था।
एंटोनियो लुइस सैंटोस
30 जनवरी, 2022 को, पुर्तगाल के सत्तारूढ़वादी केंद्र-वामपंथी समाजवादियों ने संसदीय बहुमत से आम चुनाव में जीत हासिल की। पार्टी ने प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा 17 जुलाई 1961 हुआ था। एंटोनियो लुइस सैंटोस कोस्टा GCIH 2015 से पुर्तगाल के प्रधानमंत्री हैं और इस देश के 119वें प्रधानमंत्री हैं। वह आधे भारतीय और आधे पुर्तगाली है।
चंद्रिकाप्रसाद 'चान' संतोखी
सूरीनाम के पूर्व पुलिस अधिकारी चंद्रिकाप्रसाद 'चान' संतोखी 2020 से 9वें राष्ट्रपति हैं। उन्हें निर्विरोध चुनाव के माध्यम द्वारा से चुना गया था। संतोखी का जन्म 3 फरवरी 1959 को सूरीनाम जिले के लेलीडॉर्प में एक इंडो-सूरीनामी हिंदू परिवार में हुआ था।
मॉरीशस के राजनेता प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने 2017 में प्रधानमंत्री पद को संभाला है।यह एक हिंदू परिवार में जन्मे, जगन्नाथ के पूर्वज उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वहीं 2003 में मिलिटेंट सोशलिस्ट मूवमेंट के नेता रहे हैं।
लियो एरिक वराडकर
लियो एरिक वराडकर जून 2020 से आयरलैंड में ट्यूनिस्ट और उद्यम, व्यापार और रोजगार मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। यह एक आयरिश फाइन गेल के राजनेता हैं और यह इससे पहले 2017 से 2020 तक ताओसीच और रक्षा मंत्री के रूप में भी काम कर चुके हैं। इसके पिता अशोक वारड्कर भारतीय मूल के मुंबई से हैं।
प्रविंद कुमार जगन्नाथ
पृथ्वीराजसिंह रूपुन जीसीएसके (GCSK) या प्रदीप सिंह रूपुन 2019 से मॉरीशस के 7वें राष्ट्रपति हैं। उनका जन्म एक हिंदू परिवार में हुआ था जोकि आर्य समाज के अनुयायी हैं।