126वी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर PM मोदी ने नेताजी को सम्मान देते हुए युवाओं से उनके भविष्य को लेकर बातचीत की और सुझाव भी दिए। बातचीत के दौरान PM मोदी ने युवाओं के दिमाग को भी पढ़ने और समझने की कोशिश की। वह बच्चों से पहले सेंट्रल हॉल में मुलाक़ात की। देश के हर कोने से 80 जवानों के साथ खुले बगीचे में बैठकर, उनके विचार जाने।
"Know Your Leader" नामक कार्यक्रम के लिए मोदी ने युवाओं के मन को टटोला। उन्होंने युवान से सबके नाम राज्यों के साथ बताने को कहे, एक युवती ने बताने की कोशिश की, पर बिच में ही रुक गयी तो इस पर बताया की सबको ही किसी भी चीज़ पर, किसी से वार्तालाप कर रहें है या मुलाक़ात की तो पुरे सचेत दिमाग से और हस्ते हुए करे, हर किसी का दिमाग में ही निरक्षण करने की कोशिश करें। ताकि समाने वाले को मिलकर आप उसकी पहचान बताये तो उन्हें अधीक दिलचस्प रहेगा आपसे बातें करने में, की यह शक्स मुझे जनता है।
पीएम मोदी ने कहा की ये आपके लिए श्रेष्ठ की बात है जो आपको इन सीटों पर बैठने का मौका मिला जिसपर हमारे कई विख्यात नेता कभी बैठ चुके है। एक युवती ने बोला की "मैंने यहाँ पर पहली बार Unity In Diversity देखि जो अभी तक सिर्फ किताबों में पढ़ते थे।" बातें करने पर, उसने यह भी कहा की "उन सीढ़ियों पर चलने पर हमे गर्व महसूस हो रहा था जिस पर हमारे देश के संविधान को रचने वाली दिग्गज हस्तियां कभी चली होंगी।" "नेताजी की ऐसे कोनसी विशेषता यह जो आप अपने जीवन में उतरना चाहेंगे ?" पीएम मोदी के यह प्रशन पूछने पर एक युवती बोली की,"मैं नेताजी से संगठन के साथ चलना और संगठन करना सीखना चाहती हूँ।"
उन्होंने आगे आ रहे युवाओं को, किताबें पढ़ने से लेकर महान व्यक्तियों की जीवनियां पढ़ने को कहा। जहाँ बच्चों को महान पुरुषों के कठिन जीवन से सिखने को मिलेगा। जिससे की उन्हें सांसारिक ज्ञान की प्राप्ति जल्दी हो सकेगी।