प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान निकोबार द्वीपों के समूह में से 21 मुख्य द्वीपों को हमारे देश के वीरों को समर्पित कर दिया है। यह काम हमारे परमवीर चक्र से सम्मानित देश के "Real Heroes" को प्रोत्शाहित करेगा। हमारे जवानों के नाम से अब यह द्वीप जाने जाएंगे। उन्होंने सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए उनकी 126वी जयंती व पराक्रम दिवस पर बोस के नाम समर्पित इन्ही में से एक "रॉस" द्वीप पर चंद्र बोस के समारक निर्माण के लिए भी घोषणा की और अनावृत किया। 23 जनवरी को, प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये सबसे जुड़े और क्या कहा आइये जानते है।
पीएम मोदी ने बताया की "अंडमान एंड निकोबार की पावन धरती पर ही, भारत का तिरंगा पहली बार लहराया गया था। इसी धरती से ही, आज़ाद भारत सर्कार का गठन हुआ था।" उन्होंने यह भी हमारे देश को बताया की " वीर सावरकर जैसे कई अनगिनत वीरों ने अपनी वीरता की परीक्षा दी, आज़ादी के लिए लड़े भी और शहीद हो गये देश के नाम पर। " उन्होंने आगे कहा की "अंडमान के हर एक द्वीप में भारत की ग़ुलामी की छाप थी, पर 3-4 साल पहले मुझे पोर्ट ब्लेयर में ये सौभाग्य मिला की मैं वहां तीन द्वीपों को भारतीय नाम दे सकूँ।"
द्वीपों को जिन वीरों के नाम से जाना जाएगा वो नाम यह है- मेजर सोमनाथ शर्मा, सूबेदार और मानद कप्तान (तत्कालीन लांस नायक) करम सिंह, मेजर शैतान सिंह, अब्दुल हमीद, लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर, सेकंड लेफ्टिनेंट राम राघोबा राणे, नायक जदुनाथ सिंह, लांस नायक अल्बर्ट ऐक्का, मेजर होशियार सिंह, सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल, कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह, कैप्टन जी.एस. सलारिया, लेफ्टिनेंट कर्नल (तत्कालीन मेजर) धन सिंह थापा, सूबेदार जोगिंदर सिंह, फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों, मेजर रामास्वामी परमेश्वरन, नायब सूबेदार बाना सिंह, कैप्टन विक्रम बत्रा, लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडे, सूबेदार मेजर (तत्कालीन राइफलमैन) संजय कुमार और सूबेदार मेजर सेवानिवृत्त (मानद कप्तान) ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव के नाम पर रखा गया है.
प्रधानमंत्री मोदी बोले की "जिन 21 द्वीपों का नामकरण हुआ है उन नाम में भी गहरे सन्देश छिपे हुए हैं। यह सन्देश है एक भारत- श्रेष्ठ भारत की भावना। यह सन्देश है देश के बलिदान की, अमरता का सन्देश और भारीतय सेना के परिश्रम का सन्देश।"