भारत के लिए बड़ी ही अच्छी खबर आयी है की, इंडियन वीमेन हॉकी टीम ने कांस्य पदक पर अपना दाव खेल लिया है और विजय प्राप्ति हुई है। कांस्य पदक के लिए ये खेल भारत और जापान के बीच होने वाला था जहाँ इंडिया ने जापान को मात देकर जीत अपने नाम कर ली।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने अभी तक एक स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक जीते हैं। भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में मेजबान चीन से 4-0 से हारने के बाद कांस्य पदक का मैच खेल रही थी। एशियन गेम्स 2023 महिला हॉकी ब्रॉन्ज मेडल का मुकाबला भारत और जापान के बीच शनिवार (7 अक्टूबर) को हांग्जो के गोंगशू कैनाल स्पोर्ट्स पार्क स्टेडियम में खेला गया।
भारत ने अपना दबदबा दिखाया और सिंगापुर के खिलाफ 13-0 की शानदार जीत के साथ अजेय रहा और इसके बाद मलेशिया पर 6-0 से शानदार जीत दर्ज की। कोरिया के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ किया, और उन्होंने हांगकांग चीन के खिलाफ 13-0 की शानदार जीत के साथ पूल ए में अपनी जगह पक्की की।
कांस्य राउंड खेलने से कुछ समय पहले, भारतीय महिला टीम की कप्तान सविता ने मैच पर अपने विचार साझा किए और कहा, "हमने स्वर्ण पदक जीतने के उद्देश्य से अपने अभियान की शुरुआत की और शानदार हॉकी खेली, लेकिन दुख की बात है कि हम सेमीफाइनल में पिछड़ गए। हालांकि, हम अभी भी कांस्य पदक हासिल करके अपने अभियान को सकारात्मक रूप से समाप्त करने के लिए दृढ़ हैं; हम जापान के खिलाफ अपना सब कुछ झोंक देंगे।
सविता के बयान को आगे बढ़ाते हुए भारतीय महिला टीम की उप कप्तान दीप ग्रेस एक्का ने कहा, "इस टूर्नामेंट में हमारा सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, लेकिन हमारा जज्बा अटूट है। हम जानते हैं कि जापान का हेड-टू-हेड रिकॉर्ड थोड़ा बेहतर है, लेकिन हम चुनौती के लिए तैयार हैं। हमारा लक्ष्य सिर ऊंचा करके और गले में पदक डालकर मैदान छोड़ना है।