सरकारी हेल्थ एजेंसी सेंटर फॉर डिसीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार दुनियाभर में दिल की बीमारियों से हर साल लाखों पुरुष और महिलाओं की मौत होती है। भारत में भी ये आंकड़ा काफी बड़ा है। एक रिपोर्ट में बताया गया है की हमारे देश में हर साल कार्डियोवैस्कुलर डिसीज के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही और मौतों के आंकड़ों में भी काफी इजाफा हुआ है।